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21 साल बाद धरती से टकराया सबसे मजबूत सौर तूफान, क्या होगा आपके मोबाइल और इंटरनेट पर असर?

21 साल बाद धरती से टकराया सबसे मजबूत सौर तूफान, क्या होगा आपके मोबाइल और इंटरनेट पर असर?

21 साल बाद धरती से टकराया सबसे मजबूत सौर तूफान, क्या होगा आपके मोबाइल और इंटरनेट पर असर?

पृथ्वी से 21 साल बाद सबसे मजबूत सौर तूफान टकराया है। इस तूफान को भू-चुंबकीय तूफान (geomagnetic solar storm) का नाम दिया गया है। वैज्ञानिकों का मानना है कि इसका असर नेविगेशन, संचार और रेडियो सिग्नलों पर पड़ सकता है। यह तूफान पूरे हफ्ते तक सक्रिय रह सकता है। 2003 के बाद यह सबसे खतरनाक सौर तूफान माना जा रहा है।

क्या कहते हैं Elon Musk?

स्टारलिंक सैटेलाइट (Starlink satellites) के मालिक एलन मस्क ने भी इस तूफान को लेकर चेतावनी दी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि यह तूफान लंबे समय बाद आया है और इसका असर स्टारलिंक सैटेलाइट पर भी पड़ रहा है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि अभी तक सैटेलाइट काम कर रहे हैं। मस्क ने सौर तूफान का डेटा भी शेयर किया है।

अंतरिक्ष में क्या होगा?

नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (NOAA) के अनुसार, पृथ्वी इस समय सोलर साइकिल 25 के चरम के करीब है। यह 11 साल का समय होता है जब सूरज अपने उत्तरी और दक्षिणी ध्रुवों को बदलता है। इस दौरान अंतरिक्ष और मौसम से जुड़ी कई घटनाएं हो सकती हैं। इसे सोलर मैक्सिमम भी कहा जाता है।

NOAA भू-चुंबकीय तूफानों को G1 से G5 तक के पैमाने पर मापता है। G1 सबसे कमजोर और G5 सबसे शक्तिशाली तूफान होता है।

इन तूफानों का क्या असर हो सकता है?

क्या होता है चुंबकीय तूफान?

सूर्य की सतह पर कोरोनल मास इजेक्शन (CME) नामक विशाल विस्फोट होते हैं। इन विस्फोटों के दौरान ऊर्जावान कणों की धाराएं अंतरिक्ष में निकलती हैं। जब ये कण पृथ्वी तक पहुंचते हैं, तो वे चुंबकीय क्षेत्र में गड़बड़ी पैदा करते हैं। इसे ही भू-चुंबकीय तूफान कहा जाता है।

अभी तक क्या अपडेट है?

वैज्ञानिक अभी भी इस तूफान का अध्ययन कर रहे हैं। अभी तक इस बात का कोई सबूत नहीं मिला है कि इस तूफान का पृथ्वी पर कोई बड़ा असर पड़ा है।

हम क्या कर सकते हैं?

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