इंटरनेट क्रांति ने हमारे जीवन को आसान बना दिया है, परंतु साइबर धोखाधड़ी भी बढ़ रही है। खासकर कोरोना महामारी के बाद फर्जी वेबसाइट के माध्यम से धोखाधड़ी में वृद्धि हुई है।
साइबर सुरक्षा आज भारत के लिए एक महत्वपूर्ण चुनौती है। धोखेबाज लोगों को जाल में फंसाने के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं।
यहाँ 5 आसान तरीके दिए गए हैं जिनसे आप फेक वेबसाइट की पहचान कर सकते हैं:
1. वेबसाइट का पता (URL) जांचें:
- सर्च इंजन में वेबसाइट का पता टाइप करें और परिणामों की समीक्षा करें।
- URL में महत्वपूर्ण जानकारी होती है। खरीदने, रजिस्टर करने या ब्राउज़ करने से पहले URL की जांच करें।
2. कनेक्शन टाइप देखें:
- सुनिश्चित करें कि वेबसाइट HTTPS पर सुरक्षित रूप से कनेक्ट हो रही है, HTTP पर नहीं।
- URL के बगल में हरा ताला या “HTTPS” लिखा होना चाहिए।
3. वेबसाइट सर्टिफिकेशन और ट्रस्ट सील:
- SSL सर्टिफिकेशन की वैधता की पुष्टि करें।
- ट्रस्ट सील आमतौर पर होमपेज, लॉगिन पेज और चेकआउट पेज पर लगाए जाते हैं।
4. भाषा और वर्तनी:
- खराब अंग्रेजी, गलत वर्तनी और गलत स्पेलिंग फेक वेबसाइट का संकेत हो सकते हैं।
- खराब व्याकरण और अजीब वाक्यांश भी संदिग्ध होते हैं।
5. विज्ञापनों पर ध्यान दें:
- यदि वेबसाइट पर बहुत अधिक आक्रामक विज्ञापन दिखाई दे रहे हैं, तो सावधान रहें।
- गलती से विज्ञापन पर क्लिक करने से आप वायरस और ट्रोजन से भरी फेक साइट पर जा सकते हैं।
इन 5 तरीकों का उपयोग करके आप फेक वेबसाइट की पहचान कर सकते हैं और साइबर धोखाधड़ी से बच सकते हैं।

दोस्तों मेरा नाम गोविन्द महावर है में जयपुर राजस्थान से बिलोंग करता हूँ और मैंने अपनी पढाई राजस्थान यूनिवर्सिटी जयपुर से की है। मैं एक फुल टाइम ब्लॉगर हूँ मुझे मोबाइल, टेक्नोलॉजी से संबंधित अधिक जानकारी हासिल करना पसंद है, इसीलिए मैं अपनी नॉलेज की मदद से आपके लिए टेक्निकल ट्रिक और टिप्स हमेशा लाता रहता हूँ जिससे की आप हर दिन कुछ नया सीख सकें और इसी तरह में आपकी हेल्प करने के लिए हमेशा तत्पर रहता हूँ। धन्यवाद 🙏